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मूर्तिपूजा का प्राचीन इतिहास
जैन तीर्थंकरों की प्राचीन मूत्तिएँ
मथुरा के कंकाली टीला के खुदाई का काम करते समय जैन तीर्थंकरों की अनेक मूर्तियां मिलीं जिनमें यह दो मूर्ति भी हैं। लखनऊ के म्यूजियम में विद्यमान हैं। इनका समय गुप्तकाल अर्थात् वि० पू० दो सौ वर्ष का बतलाया जाता है। इस समय के पूर्व भी जैन धर्म में मूर्तिपूजा प्रचलित थी जिसका यह एक अकाट्य प्रमाण है।
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