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मूर्तिपूजा का प्राचीन इतिहास
यह मूर्ति प्रभु पार्श्वनाथ की है जो ओसियां के देवी के मन्दिर में एक देहरी के पीछे अपूज विराजमान है । मूर्ति की प्राचीनता ओसियां के मन्दिर से मिलती जुलती है अर्थात् २३९३ वर्षों की है।
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