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नवयुग निर्माता
एक तो श्री शजय तीर्थ पर कपड़वंज की सेठानी माणिक बाई के बनवाये हुए नवीन जिनमन्दिर में प्रतिष्ठित किये गये तथा अपने २ शहर के मन्दिरों में प्रतिष्ठित करने के लिए जो जिनबिम्ब लाये गये थे, उन्हें वहां पर प्रतिष्ठित किया गया और मोतीशाह सेठ वाले जिनबिम्बों को शजय तीर्थ पर मोतीशाह की ट्रंक में विराजमान किया गया। उनमें श्री नेमिनाथ भगवान की लाजवर्द रत्न की एक मूर्ति अंजनशलाका और प्रतिष्ठा की यादगार कायम रखने के लिए वहीं सनखतरे के मन्दिर में स्थापन की गई।
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