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[ नवयुग निर्माता ]
श्री हंस वि० म० आ० म०, श्री विजयवल्लभसूरिजी म०. प्र. कांति वि० म०, सन्मित्र कपूर वि० म०,
श्री आत्मारामजी, श्री बूटेरायजी, (बुद्धि वि०म०) श्री मणिविजयजी म० दादा, श्री वृद्धिचन्द्रजी म०, आ० श्री विजयकमलसूरिजी,
[ जेनानंद प्रीं प्रेस, दरिया महाल, सूरत की तरफसे भेट