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मुगल सम्राटों की धार्मिक नीति
पर जैन सन्तों (श्राचार्यो एवं मुनियों) का प्रभाव
( सन् 1555 से 1658 तक )
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लेखिका कु. नीना जैन
एम. ए., पी.एच. डी. स्वाख्याता, व्ही. टी. पी. उ. मा. वि. शिवपुरी (म. प्र. )
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प्रकाशक
श्री काशीनाथ सराक
आचार्य श्री विजयेन्द्रसूरि शोध संस्थान शिवपुरी (म. प्र. )
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