________________
: ४० : अधिकारो का कर्तव्य
नौशेरवां ईरान का एक न्यायप्रिय बादशाह था । वह एक बार शिकार के लिए जंगल में गया । भोजन की सारी अन्य सामग्री साथ में थी पर नमक नहीं था । एक सेवक को आदेश दिया कि पास के गाँव में से थोड़ा-सा नमक ले आओ । सेवक शीघ्र हो नमक लेकर उपस्थित हुआ । बादशाह ने पूछा- क्या तुमने इसका मूल्य दिया ? सेवक ने कहा- इतने से नमक का मूल्य देने की क्या आवश्यकता ?
बादशाह ने धीरे से उसे समझाते हुए कहा- ऐसी भूल भविष्य में कभी भी मत करना । जाओ, पहले नमक का मूल्य देकर आओ । तुम्हें मालूम होना चाहिए कि बादशाह यदि प्रजा की किसी वस्तु का मूल्य दिये बिना फल ले लेगा तो उसके कर्मचारी उस बाग को ही उजाड़ देंगे । बाग ही नहीं उजाड़ देंगे अपितु पेड़ को कटवाकर उसकी लकड़ियाँ भी जला देंगे ।
क्या देश के उच्चपदाधिकारी इस घटना से कुछ सबक लेंगे ?
0
अधिकारी का कर्तव्य
Jain Education Internationa For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
७१