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: २६ : आत्मनिर्भरता
अमेरिका के राष्ट्रपति श्री अब्राहम लिंकन अपने छोटे-छोटे कार्य भी अपने ही हाथों से करते थे । मेसेच्युसेट्स के सीनेटर चार्ल्स समर एक दिन प्रातःकाल ही उनसे मिलने के लिए पहुँचे । उस समय लिंकन महोदय जमोन पर बैठे हुए अपने जूतों पर पालिश कर रहे थे । चार्ल्स समर ने जब यह देखा तो वह आश्चर्यचकित हो गया । उसने राष्ट्रपति से नम्र स्वर में पूछा- क्या आप अपने जूतों पालिश करते हैं ?
लिंकन महोदय अच्छी तरह से पालिश रगड़ते हुए बोले – मिस्टर समर ! मैं अपने जूते पर नहीं तो क्या अन्य के जूतों पर पालिश करू ? अपना कार्य करते समय हमें किसी प्रकार की लज्जा का अनुभव नहीं करना चाहिए। काम करने में नहीं, पाप करने में संकोच होना चाहिए ।
आत्मनिर्भरता
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