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पत्नी ने कहा- यों तो यह पत्थर पच्चीसवीं बार की चोट से टूटा है । किन्तु इसके टूटने में सभी चोटें सम्मिलित हैं।
विचारक ने मुस्कराते हुए कहा-समझी न ! इसी तरह बालकों की आदत बिगड़ती है। उसके पवित्रचरित्ररूपी पत्थर पर यदि बुरे संस्कारों के, आदतों के हथौड़े पड़ने लगेंगे, यह ठीक है कि प्रारम्भिक चोटों पर लोगों का ध्यान नहीं जायेगा; परन्तु वे ही चोटें इतना कमजोर बना देती हैं कि अन्तिम चोट में वह भी इस पत्थर की तरह टटकर टुकड़े-टुकड़े हो जायेगा।
अन्तिम चोट
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