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________________ बड़ी कौन ? २६ पवित्र नहीं है । समस्या का सही समाधान धन से नहीं, बुद्धि से होता रहा है । आप जानते हैं - भारतीय संस्कृति के विचारकों ने लक्ष्मी का वाहन उल्लू माना है । उल्लू रात का राजा होता है। उसमें अक्ल का अभाव होता है । लक्ष्मी उसी पर सवारी करती है जो उल्लू की तरह निर्बुद्धि होते हैं । सरस्वती का वाहन हंस है । हंस, नीरक्षीर विवेकी माना है । सरस्वती का उपासक हंस की तरह बुद्धिमान होता है । सरस्वती की प्रतिस्पर्धा लक्ष्मी कभी नहीं कर सकती ।" दोनों विद्वानों ने राजा के सामने देखा कि वे इस सम्बन्ध में अपना क्या मन्तव्य रखते हैं, ये लक्ष्मी को महत्त्व देते हैं या सरस्वती को ? राजा ने कहा - "आप दोनों विद्वानों के प्रश्न का समाधान मेरे परम स्नेही मित्र राजा हिम्मत सिंह करेंगे, क्योंकि वे तलस्पर्शी विद्वान् और गम्भीर विचारक हैं, आपको मैं सीलबन्द पत्र देता हूँ, आप वह उन्हें दे देवें । साथ ही हमारे लक्ष्मी जी के उपासक पण्डित जी को मार्ग में खर्च के लिए या अन्य किसी आवश्यक कार्य में धन की आवश्यकता हो तो मैं उन्हें ग्यारह लाख रुपए भी देता हूँ । सरस्वती के उपासक पण्डित जी को धन की आवश्यकता है ही नहीं ।" राजा ने बन्द पत्र और रुपए देकर दोनों पण्डितों को रवाना किये । दोनों पण्डित चलते-चलते राजा हिम्मतसिंह के राज Jain Education Internationa For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003196
Book TitleFool aur Parag
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year1970
Total Pages134
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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