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________________ १८ आदमी की पहचान बात बहुत पुरानी है । राजा, मंत्री और एक सिपाही तीनों अपने- अपने घोड़ों पर बैठकर जंगल में शिकार के लिए गये । राजा को दूर एक काला हिरण दिखलाई दिया । राजा ने हिरण के पीछे घोड़ा दौड़ाया, हिरण आगे और राजा पीछे । काफी दूर अपने साथियों को छोड़कर राजा आगे निकल गया । सिपाही राजा की खोज करता हुआ आगे बढ़ा । राजा कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा था । सिपाही को दूर टेकरी पर एक झोंपड़ी दिखाई दी । वह सीधा झोंपड़ी के पास आया । झौंपड़ी के बाहर वृक्ष के नीचे एक वृद्ध योगी बैठा था । वह राम की माला फेर रहा था। उसके नेत्र में रोशनी नहीं थी । सिपाही ने सन्निकट आकर पूछा - "अरे योगोड़ा! कोई व्यक्ति इधर से गया है क्या ? योगी ने शान्ति से उत्तर दिया- "भाई, मुझे पता नहीं । सिपाही आगे निकल गया । पीछे से मंत्री भी राजा की तलाश में उधर निकल आया । झौंपड़ी के पास && Jain Education Internationa For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003196
Book TitleFool aur Parag
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year1970
Total Pages134
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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