________________
परीक्षा
दह
दूंगा कि सेठ साहब ! पूर्ण निर्दोष ! पूर्ण निर्दोष है, मेरा अपराध है, मुझे दण्ड दिया जाय ।
प्रवीण को तो परीक्षा लेनी थी, राजा, पत्नी और मुनीम तीनों परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुये थे । उसने उसी समय राजकुमार को निकाला और राजा साहब को प्रदान कर दिया । और वह वहीं पर जमकर रहने लगा ।
Jain Education Internationa For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org