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:४१ बोलना कम : सोचना अधिक
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एक व्यक्ति बाजार में से होकर जा रहा था। एक दूकान के सामने उसके पाँव ठिठक गये। वहाँ पर पालतू पक्षी बिका करते थे। एक पिंजरे में एक दुबलासा तोता था और उसकी कीमत सिर्फ १०० रुपये लिखी हुई थी। वह सोचने लगा कि इसकी कीमत सौ रुपये कैसे ? उसने दूकानदार से पूछा-महाशय ! इसकी कीमत इतनी अधिक क्यों है ?
। दुकानदार ने मुस्कराते हुए कहा—यह अनेक भाषाएँ बोल सकता है और बहुत-सी बातें कर सकता है।
वह व्यक्ति यह सुनकर आगे बढ़ गया।
कुछ समय के पश्चात् वह एक बहुत सुन्दर तोते को लेकर आया। उसने दूकानदार से कहा-देखिए,
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