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________________ :११: मोक्ष का अधिकारी तथागत बुद्ध का पीयूषवर्षी प्रवचन चल रहा था। प्रवचन के पश्चात् एक युवक ने तथागत को नमस्कार कर पूछा-भन्ते ! इस विराट् विश्व में जितने जीव हैं उन सभी को मोक्ष प्राप्त हो सकता है ? बुद्ध-अवश्य ही, सभी जीवों को मोक्ष मिल सकता है। युवक-तो फिर सभी मुक्त क्यों नहीं हो जाते ? बुद्ध-तुम कल प्रातः आना, मैं इसका रहस्य तुम्हें बताऊँगा। प्रातः होते ही युवक बुद्ध के श्रीचरणों में पहुंचा। बुद्ध ने उसे एक कलम और कागज थमाते हुए कहायुवक ! आज नगर में प्रत्येक व्यक्ति के पास में जाओ, उससे मिलो, और जानो कि कौन क्या चाहता है ? यह सूची तैयार कर मेरे पास लाओ। Jain Education InteFoatinate & Personal usev@ņainelibrary.org
SR No.003194
Book TitleGagar me Sagar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year1979
Total Pages180
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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