________________
:७१ः
क्षणों का सदुपयोग
मौलाना शिबली मुसलमान समाज के एक जाने हुए विद्वान् थे तो आर्नार्ड टोयनबी यूरोप के प्रसिद्ध इतिहासकार थे। एक बार ये दोनों विद्वान् स्टीमर के द्वारा यात्रा कर रहे थे। मौलाना शिबली धार्मिक दृष्टि से यात्रा कर रहे थे तो टोयनबी विदेश यात्रा से लौटकर अपनी मातृभूमि की ओर जा रहे थे। दोनों विद्वानों में साहित्यिक विषयों पर गंभीर चर्चायें होती। यात्रा आनन्द के क्षणों में चल रही थी। अचानक समुद्र में भयंकर तूफान आ गया। आकाश में काले-कजरारे बादल छा गये। समुद्र में से उठती हई उत्ताल तरंगें यात्रियों को भयभीत करने लगीं। स्टीमर डगमगाने लगा । चालक ने यात्रियों को सूचना दी कि स्टीमर संकटकालीन स्थिति में गुजर Jain Education Internationale personal usev@rjainelibrary.org