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गलतियों का परिष्कार
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सकते, किन्तु स्मरण करो मैंने तुमको जीवन में कितनी बार अवसर दिया है ? तुमने कितनी बार गलतियाँ की ? पर मैंने कभी भी तुमसे नहीं कहा कि तुम्हारी गलतियों को मैं क्षमा नहीं करूंगा । जब तक गलतियों का शोधन नहीं होता वहाँ तक जीवन महान् नहीं बन सकता । गलतियों की उपेक्षा जीवन को बरबाद करती है और शोधन से ही जीवन आबाद बनता है।
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