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( २५ ) ३५. स्थानांग ५१ ३६. अंगुत्तरनिकाय ६।६।३, भाग तीसरा पृ०.३५, ९३-९४ ३७. (क) वही ६।६।३, भाग तीसरा पृष्ठ ९३, ९४ (ख) दीघनिकाय
३।१०, पृष्ठ २९५ ३८. महाभारत, शान्तिपर्व, २८०१३३ ३९. गीता ८२६ ४०. धम्मपद, पण्डितवग्ग, श्लोक १९ ४१. पातञ्जलयोगसूत्र ४७ ४२. स्थानांग १८१ ४३. अंगुत्तर निकाय ३७२ ४४. स्थानांग ३९१ ४५. अंगुत्तरनिकाय ३१७२ ४६. वही ३।१४१, १५३ ४७. वही ५।१७८ ४८. स्थानांग ५०० ४९. अंगुत्तरनिकाय ४।१५९ ५०. स्थानांग ५४९ ५१. अंगुत्तरनिकाय ४।११९, ५।७१ ५२. वही ५३. वही ४।१४१, १४५ ५४. वही ९।३८ ५५. स्थानांग ३ ५६. अंगुत्तरनिकाय ८७० ५७. समवायांग ३४ ५८. अंगुत्तरनिकाय ५११२१ ५९. स्थानांग ५५८ ६०. समवायांग १४ ६१. दीघनिकाय १७ ६२. स्थानांग ३१५६ ६३. अंगुत्तरनिकाय २०६५ ६४. स्थानांग २७९ ६५. अंगुत्तरनिकाय ७५९
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