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परिशिष्ट
(१८०) सुखविपाक (१८१) उपासकदशाङ्ग (१८२) रायपसेणीय सुत्त (१८३) द्रव्य संग्रह, ब्रह्मदेव टीका (१८४) प्रमाणनयतत्त्वालोक-वादिदेव सूरि (१८५) माध्यमिक कारिका (१८६) पटिसंभिदा (१८७) कौषीतकी उपनिषद (१८८) चरक संहिता (१८९) तत्त्व संग्रह (१९०) न्यायावतारवार्तिक वृत्ति की प्रस्तावना (१६१) मागन्दिय सुत्तन्त (१९२) कुमारपाल प्रतिबोध-सोमप्रभाचार्य (१६३) शिव गीता (194) The wonder world of why aud how. (१६५) धर्म बिन्दु-प्राचार्य हरिभद्र (१६६) धर्म रत्न प्रकरण-महामहोपाध्याय मानविजय गणि (१९७) श्राद्धगुण विवरण-जिनमण्डन गणी (१९८) तत्त्वानुशासन (१९६) अध्यात्म संग्रह-उपाध्याय यशोविजय (२००) अष्टसहस्री-विद्यानन्दी (२०१) अन्ययोगव्यवच्छेद द्वात्रिंशिका-प्राचार्य हेमचन्द्र (२०२) जैनसूत्राज की भूमिका-डाक्टर हर्मन जैकोबी (२०३) समराइच्चकहा-प्राचार्य हरिभद्र (२०४) नन्दीसूत्र-मलयगिरि वृत्ति (२०५) पंचास्तिकायटीका-श्री अमृतचन्द्र (२०६) सन्मतितर्क-सिद्धसेन
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