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पंचामृत
सारी बातें सुनकर ऋषि ने प्रसन्न होते हुए कहासारे वेद, उपनिषद् आदि धर्म शास्त्र तुझे स्वतः ही कण्ठस्थ हो जायेंगे । और उनके रहस्य का तुम्हें सम्यक परिज्ञान हो जाएगा। तुम धर्म और दर्शन के गम्भीर रहस्यों को सम्यक् प्रकार से जान जाओगे ।
पौराणिक साहित्य में उपमन्यु की प्रस्तुत घटना गुरुभक्ति का एक ज्वलन्त आदर्श उपस्थित करती है ।
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