________________ *************************. पुण्य - पुरुष नवपद स्मरण की अद्भुत महिमा रालि, साब्स, चातुर्य और परोपकार 170क ਨੀਂ ਸਗੋਫ਼ਦ ਨੂੰ * थारा प्रवाह रोचक भाषा-शैली में : पढ़ते-पढ़ते हृदय झूम उठेगा, ਨੂੰ ਝਕਾ ਦ ਗੱਦ ਲੀ ਹਰਿ ਕਾ * उठेनी, पतिए :-पुण्य-पुरुष * मोहिक विज्ञान, इतिहास और * साहित्य मर्मच श्री देवेन्द्र मुनि शास्त्री दारा लिखित पांच रुपया मात्र *********************** आ० पृ0 के मुद्रक :ॉल प्रिन्टर्स, माईथान, आगरा-3 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org