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बुराई की स्मृति भी घातक | १३५
चारों के मुँह से एक साथ निकला
"साँप !!"
"काला साँप ! जहरीली छाछ !! "
चारों पर सर्प विष का मारक प्रभाव हुआ । चारों ही मूच्छित होकर गिर पड़े और थोड़ी ही देर में उनके प्राण-पखेरू उड़ गए
बुरा आचरण ही नहीं लेकिन बुरा विचार भी जीवन में कितना खतरनाक है ?
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