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________________ 478 पृष्ठांक पृष्ठांक नाम नाम पूज्य श्रीमल 195 बलवन्तसिंह मेहता 297 " पूनमचन्द 190 बल्लाल 157 पूनसिह 103 बस्ता 280 पूर्णकलश गणि 64 बहादुरसिंह सिंघी 290 पूर्णचन्द्र जैन 297 बाण भट्ट 24, 41, 128 पूर्णभद्र गणि 78 बाबू कालूराम 242 पथ्वीचन्द 299 बालचन्द 178, 277 पथ्वीचन्द्र 167 बालचन्द पान्डे 212 पथ्वीचन्द्र राजाधिराज 64 बालचन्द मुनि 156 पथ्वीपाल अमात्य 162 बालचन्द सोनी 358 पृथ्वीराज चौहान 64, 124 बालनन्दि 20, 51 पथ्वीराज राठोड 164, 230, 231 पोमराज श्रेष्ठ 114 बुद्धसिंह बाफना 297 प्यारा बाई 192 बुद्धि मुनि गणि 71 प्रकाश मुनि 335 बुद्धिसागर 21 प्रज्ञातिलक 168 बुद्धिसागरसूरि 63,81 प्रतापचन्द भूरा 338 बुधजन (भदीचन्द) 223 प्रतापमल पंगलिया 187 बुधजन 216, 217, 225 प्रद्युम्नसूरि 13, 43 बूटेराय 285 प्रद्युम्नाचार्य 64 बेगराज 249 प्रबोधचन्द्र गणि 64 ब्रह्मदेव 98 प्रभाचन्द्र 98 ब्रह्म अजित 215 प्रभुदत्त 45 कामराज 114 प्रसन्न कुमार सेठी 321 गणकीर्ति 215 प्रेमचन्द रांवका 362 चन्द्रसागर 214 प्रेमराज साह 214 जयसागर 208 प्रो. प्रवीणचन्द जैन 360 जिनदास 104,105,107,203 प्रो. सुवाली 40 देवा 221 धर्मरुचि 215 नाथ 219,225 प्रहलाद वर्णी 114 बुचराज 113, 206, 207 फूलचन्द बाफना 297 बूचराज बल्ह-बूचा। 150,158 बील्ह-वल्हव यशोधर 207 रत्नकीति 151 बखतराम 224 रायमल्ल 208, 216 बख्तराम साह 214 साधारण 159 बख्तावर कासलीवाल 223 बधावासिंह 191 बनारसीदास 216, 217, 221, 230,232 बप्पदेव गुरु 11 भक्तिभद्र 280 बलदेवसिंह चौहान 196 भक्तिलाभोपाध्याय 82, 173
SR No.003178
Book TitleRajasthan ka Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherDevendraraj Mehta
Publication Year1977
Total Pages550
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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