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________________ आचार्य नेमिचन्द्र 216 पादलिप्त 13 77 "" 33 17 " 12 23 " 33 31 71 21 " सुजाणमल 185 सुमतिसागर सूर्यसागर 358 सोमकीर्ति 206 हम्मीरमन 194 आचार्य हरितमल 72, 181,266, 267,300 328, 366 नाम " पृष्ठांक " 16, 261, 365 17 د. पुष्पदन्त 2 भारमल्ल 239, 240 भिक्षु (भोग) 199, 200,234, 235, 236, 240, 244, 308, 347 182, 183 भूवर रघुनाथ 184 रतनचन्द 188,190 रत्न चन्द 196 रामचन्द्र शुक्ल 205 रामचन्द 183, 185, 186 मघनाथ 236 प्राज्ञासुन्दर 78, 172 आत्माराम (विजयानन्दसूरि ) 285 ग्रानन्दघन 143, 176, 178, 274, 289 आनन्दराज लुणिया 186 आनन्दराम कासलीवाल 221 यानन्दवर्धन 275 71 विजयवर्मसूरि 293 श्रीलाल 192 प्रातन्दवल्लभ 233 श्रानन्दसिंह 221 आनन्दोपाध्याय ( आनन्दीलाल जैन ) 317 आम्रकवि 14 यानदेवसूरि 26, 42 आर्य देव 144 ग्रार्य रक्षित 8, 55 श्राया उमा 335 215 468 335 学 गंगा 335 गुलाबी 335 चन्दना 335 335 छगना जेता 335 ज्ञाना 335 श्रार्या 31 31 "" 31 11 12 11 नाम "; इन्द्रनन्दि इन्द्रभूति इन्द्रसेन पद्मा पन्ना प्रेम कुंवर प्रेमा ईशान श्रालमचन्द 179 प्रशाधर 155 प्रासचन्द्र 228 ग्रासड 22, 34 आमराज दरडा ग्रामिगु इ 335 फूलां मगनां 335 रुक्मा 335 लाछा 335 संतोखा सरसा 335 ई 135 पृष्ठाक 335 उ 335 19, 47 4 95 67 166, 168 264 335 179 273 335 उच्चारणाचार्य 11 उत्तमचन्द भण्डारी उदयकमल 179 उदयचन्द्र 81, 217 उदयचन्द्र भन्डारी 282 उदयचन्द्र मथेण 276 उदयचन्द्र लुहाडिया उदयतिलक 280 उदय नागोरी - 338 उदय मुनि 263,335 उदयरत्न उदयराज 282 223
SR No.003178
Book TitleRajasthan ka Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherDevendraraj Mehta
Publication Year1977
Total Pages550
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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