________________
नवतत्त्वसंग्रह
उर्वलोके पंडुक ९४०८ सृचीरजु २३५२ प्रसरजु ५८८ घनरजु १४७ जब अवहार नयकरी पूर्ण सप्तरजु प्रमाण घनीकृत लोक मानियेतदा एप्रमाण होता है।
३६ लोके पंडुक ४०६४ सूचीरजु १०१६ २ प्रतररजु.२५४ चनरजु ५३॥
Morar
XOOGO००००००००००da
१०० १००
१४४ १४४
आना अनुसंधान माटे झुओ पृ.१८३.
V
२०
४००
2018
४०० ४००
roo ooc
२५६
४४ १४४ १००
1cr.cccccc.
उभयलोके घडुक २१९५२ सूचीरजु ५४८८ प्रतरुरजु १३७२ चनरजु ३४३ अधोलोके पंडुक १२५४४ सूचीरनु ३१३६ पालसरजु ७४८ धनस्जु १९६ एव्यवहार नयमत्तेन अनेज़ो गोल घनरजुकरणा होवे सोचतुरन बनरजुयाकू उन्नीस ।
गुणाकरके वावीस २२का । भाग लेनाजो हाथ आवे सो गोल धनरजुजानने. २४
उभयलोकेषंडुक १५२९६ सूचीरजु ३८२४ पतररजु ९५६ घनरजु २३९ अधोलोके पंडुक ११२३२ सूचीरजु २८०८ प्रतररजु ७०२ घनरजु १७५।।
१००
२५६ २५६ २५६
४०० ४००
AMARANDRANASANCTamasurauBLOCTLANANDLA
४००
५७६
NAA
७६
AAAA
७८४ ७८४ ७८४
ealhotrinternational
wwwsanelior