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श्रावक धर्म - अणुव्रत
र्जित, उच्चार पासवरण भूमि स्थंडिल मात्रा की जगह का प्रमार्जन न किया हो (५) पौषध विधि - पोषध समय पर न लेना और समय से पहले पारना, इस तरह के पांच अतिचार न लग जाय जिनका ध्यान रखना चाहिए।
विशेष वर्णन
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