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अध्यात्म की वर्णमाला
लिए कंठ का कायोत्सर्ग बहुत आवश्यक है ।
कायोत्सर्ग की मुद्रा समग्र कायोत्सर्ग करो, पूरे शरीर को स्थिर और शिथिल बनाओ। दो मिनट उसमें लगाओ फिर कंठ पर ध्यान केन्द्रित करो। कंठ भाग को अधिक शिथिल करो । श्वास मंद । केवल कंठ का अनुभव । इस स्थिति में कम से कम पांच मिनट रहो। यह प्रयोग बहुत लम्बे समय तक किया जा सकता है। कंठ का कायोत्सर्ग साधना की दृष्टि से एक पूर्ण प्रयोग है ।
पाली १ नवम्बर, ९०
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