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जुगजुनो स्नेह वीर गौतम गवाय,
शक (राग - श्याम तेरी बंसी)नीया जुग जुनो स्नेह वीर गौतम गवाय, जुग... ओवा गुरु गौतम केम रे भूलाय, वीर मारा हैयामां रंगे रमी जाय, मेवा... ओ... रडता रडता मोहने हठावी, नालापानी केवलज्ञाननी ज्योतने जगावी निरभागी जीव अंधारे अटवाय,....
वीर...१ ओ... वीर निर्वाणनी वसमी विदाये, गौतम विरहे हैयुं चिराये चतुर्विध संघना नयनो भीजाय......
वीर...२ ओ... दिवाली दिन पछी नूतन वर्षे, गौतमना नामे मंगल गवाय, देजो सहुने लब्धिनो भंडार, गौतम मारा हैयामां रंगे रमी जाय
वीर...३
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