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> पूजनमां फूल वरसावो ~~
(राग - बहारो फूल वरसावो) "पूजनमां फूल वरसावो, गुरु गौतम पधारे है.....
गोबरगामे तमे जन्मया, इन्द्र भूति नाम धरायारे (२) पिता वसुभूतिना कूलमां, तमे दीपक कहायारे
- वीर प्रभुना प्रथम गणधरा, जगमां वयणे गवायारे, (२) ___ पचास हजार शिष्यना, वडेरा गुरु कहायारे
गुरु..२ शंकाओने दूरे करवा, हरख भर हैये तमे जाता, (२) प्रभुनी वाणी सांभलीने, अंतरनी मस्ती खीली जाती
गुरु..३ । अंतरमा अने वाणीमां, अमारा मनमां तमें पण छो, (२)
जरा तो दर्श बतावी दो, तमारा दास आव्या छे,
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