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________________ जम्बूद्वीपप्राप्तिसूत्रे गन्धद्रव्याणि माल्यानि ग्रथितपुष्पाणि एताणि हस्ते गतानि प्राप्तानि यस्य स तथा (मज्जणघराभो पडिणिक्खमई) मज्जनगृहात्प्रतिनिष्क्रामति (पडिणिक्खमित्ता) प्रति. निष्क्रम्य (जेणेव आउहघासालाजेणेव चक्करयणे तेणामेव पहारेत्थ गमणाए) यत्रैव आयुधगृहशाला यत्रैव च चक्ररत्नं तत्रैव प्रधारितवान गमनाय-गन्तुं कामः प्रावर्तत इत्यर्थः ।। सु० ३ ॥ अथ भरतगमनानन्तरं यथा तदनुचराश्चक्रुस्तथाऽऽह तए णं" इत्यादि । मूलम्-तए णं तस्स भरहस्स रण्णो बहवे ईसरपभिइओ अप्पेगइया पउमहत्थगया अप्पेगइया उप्पलहत्थगया जाव अप्पेगइया सय सहस्सपत्तहत्थगया भरहं रायाणं पिट्ठओ २ अणुगच्छति । तए णं तस्स भरहस्स रण्गो बहूइओ-'खुज्जाचिलाइवामणिवडभीओ बब्बरो बउसियाओ। जोणियपल्हवियाओ इसिणिय थारुकिणियाओ ॥१|| लासिय लउसिय दमिलीसिंहलितह आरखी पुलिंदीय । पक्कणि बहलो मुरंडी सबरीओ पारसीओय ॥ २ ॥ अप्पेगइया वंदणकलसहत्थगयाओ चंगेरी पुप्फ पडलहत्थगयाओ भिंगार आदंसथालपातिसुपइट्टगवायकग करंडपुप्फचंगेरीमल्लवण्ण चुण्णगंधहत्थगयाओ वत्थ ओभरण लोमहत्थय चंगेरीपुप्फपडलहत्थगयाओ जाव लोमहत्थगयाओ अप्पेगइयाओ सीहासणहत्थगयाओ छत्त चामरहत्थगयाओ तिल्लसमुग्गयहत्थगयाओ तेल्ले कोट्ठसमुग्गे पत्तेचाए अंतगरमेला य । हरियाले हिंगुलए मणोसिला सासव समुग्गे ॥१॥ अप्पेगइयाओ तालियंटहत्थगयाओ अप्पेगहयाओ धूवकडुच्छय हत्थगयाओ भरहं रायाणं पिट्ठओ२ अणुगच्छति तए णं से भरहे राया सबिड्डीए सबवलेणे सव्वसमुदएणं सव्वायरेणं सम्बनिभूसाए सबग्रथित पुष्प ये सब सुगन्धित सामग्रा था ( पडिनिस्खमित्ता ) मननगृह से निकलकर वे ( जेणेव आउहबरसाला) जहां उनको अ युधयशाला थी ( जेणेव चकमायणे ) और उपमें भ जहां पर चक्ररत्न था (तेण मेव पहारेत्य गमणाए) उसी ओर वे चलने लगे ।३ । (जिखमत्ता) मनभांथा नागान त (जेणेव आउहघासाला) rui तभनी माघशाती, (जेणेव चक्करयणे) मन तमा ५ यरत्न तु. (तेणामेव पहारेत्या गमणाप) तत२५ तथा य.. . ॥३॥ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003154
Book TitleAgam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Part 01 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherJain Shastroddhar Samiti Ahmedabad
Publication Year1980
Total Pages994
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_jambudwipapragnapti
File Size29 MB
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