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प्रासपास के ग्रामों के अवशिष्ट लेख ४१७ जीर्णोद्धार के हेतु रायगवुण्ड और मल्लय नायक द्वारा 'तगडूर' और 'बम्मगुट्ट' का दान दिये जाने का उल्लेख है। रायगवुण्ड ने जिनपूजन के लिए 'कोड' की भूमि कल्याणकीर्ति मुनि को दी। लेख में अन्य दानों का भी उल्लेख है। अन्त में कल्याणकीर्ति की प्रशंसा के पद्य हैं।
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गुडिव ग्राम के मदलहसिगे नामक स्थल में
एक स्तम्भ पर
( लगभग शक सं० १०००) भद्रमस्तु जिनशासनस्य । स्वस्ति श्रीमन्महामण्डलेश्वरनधटरादित्य त्रिभुवनमल्ल चोलकाङ्गाल्वदेवर पादाराधक...तु-रावसेट्टिय मम्मगनदटरादित्य सावन्तबूवेय नायकनुत्तरायण संक्रमणदन्दु हडवण तुम्बिन मोदलेरियलु १३ खण्डुग बयलं २ खण्डुग अडविन मण्णुम पद्मणन्दिदेवरिगे धारा-पूर्वकं माडिविट्ट कोट्टनु । (स्वदत्ता परदत्तां आदि श्लोक)
[ होले नरसीपुर १६ ] [त्रिभुवनमल्ल चोलकोङ्गाल्वदेव के पादाराधक व रावसेट्टि के पौत्र बूवेय नायक ने उक्त तिथि को पद्मनन्दि देव को उक्त भूमि का दान दिया।]
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