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भटत
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शुद्धिपत्र
(भूमिका) पंक्ति अशुद्ध
शुद्ध बेल्गोल
वेल्गोल सल्लखना
सल्लेखना १६२४
१२४ माघनन्दि आचार्यों माघनन्दि आदि आचार्यों जगदेव के
जगदेव नामक
भरत वीरह
वीर पदावली
पट्टावली दयालपाल
दयापाल पुष्पनान्द
पुष्पनन्दि (लेख) चौड़
चालुक्य विष्णुवर्द्धनद्वारा विष्णुवर्द्धनके मंत्री गंगराज विष्णुवर्द्धन नरेश गंगराज मंत्री [द्वारा पद्यों
पंक्तियों एरडु कट्टे वस्ति एरडुकट्टे वस्तिमें श्रा चामुण्डराज श्रीचामुण्डराज रामचल्ल नृप राचमल्ल नृप कुलो...ङ्ग
कुलोत्तुङ्ग पण्डिताय्यः
पण्डितार्यः अन्तिम नं.(३५४) नं. ४३४ (३५४) १८९
१९८ १९७
१९९ २१९ (१२५) २१९ (११५) २५५ ( ४१३) २५५ (४१४) विजयराज्यय्य विजयराजय्य
४७७ (३८६ ) ४७६ (३८६) १० वीं पंक्तिके पश्चात् लेखांक ४९१ छूट गया है।
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१७५ १९४ २०७ २९२
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