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चूं तक चेला नहीं, गुरु बनूंगा चोर और तूंबे चौधराई
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गागर
छुरी किसके लिए? छोटा-बड़ा
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कथा
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कथा
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गागर
कथा
१४७
गागर
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जज : अपराधी जज को ठगा जड़ की बात जनतंत्र का चिर सत्य जरूरत जरूरत जहर और अमृत जहां भी जाओगे जागने का फल जाति का गर्व जाने बिना जितने तारे हैं जीता कौन है ? जीवन का गणित जीवन का मूल्य जीवन की सुरक्षा जीवन-शक्ति जीवन्त चित्र जूनूसूपी जोगी की जटा जो जीना जानता है जो दूल्हा खाएगा ज्ञान और संवेदन
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कथा साहित्य | १०५
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