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गद्य-पद्य काव्य
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भाव गूंजते भाव भाव विजय नास्ति
बन्दी
०
अंकन का माध्यम अंधेरा क्यों है ? अकम्प अकर्मण्यता नहीं अकेला चल अकेला चल अकेलापन अकेलापन अकेलापन अखण्ड व्यक्तित्व अग्नि जलती है अज्ञात अज्ञात और ज्ञात अज्ञेय अज्ञेय : ज्ञेय अणु और महान् अतीत जब झांकता है अद्वैत अध्यात्म अध्यात्म की रेखाएं अनाग्रह अनावृत अनुभव अनुभूति अनुभूति का तारतम्य अनुशासन
नास्ति विजय भाव गूंजते बन्दी अनुभव अनुभव बन्दी अनुभव भाव
१
०
०
१
१०
भाव
"
अनुभव अनुभव
भाव
x
भाव
or
o..
अनुभव अनुभव भाव बन्दी
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