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________________ शिक्षा का नया आयाम : जीवन-विज्ञान शिक्षा की समस्या (१) शिक्षा की समस्या (२) शिथिलीकरण और जागरूकता श्रम की रोटी श्रम की रोटी श्रमण संस्कृति और श्रामण्य श्रमण संस्कृति का प्राग्वैदिक अस्तित्व श्रमण-संस्कृति की दो धाराएं श्रमण-संस्कृति की दो धाराएं श्रवण, मनन और निदिध्यासन श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी साधुओं की भिक्षावृत्ति श्रुत की उपासना श्लेष्माहीन आहार की उपयोगिता श्वास का आलम्बन क्यों ? श्वास क्या है ? श्वास पर अनुशासन श्वास- प्रेक्षा श्वास- प्रेक्षा श्वास- प्रेक्षा की निष्पत्तियां श्वास- प्रेक्षा के प्रकार श्वास- संवर संकल्प की शक्ति संकल्प शक्ति : अभ्यास क्रम संकल्प शक्ति का विकास संकल्प-शक्ति का विकास संकल्प शक्ति के प्रयोग संकुलता संख्या और व्यक्तित्व Jain Education International जीवन शिक्षा जीवन शिक्षा जीवन शिक्षा एकला नैतिक अणुव्रत विशारद जैन दर्शन अतीत जैन मौलिक ( २ ) जैन आचार प्रज्ञापुरुष श्री जैन तुम आहार प्रेक्षा- श्वास प्रेक्षा-श्वास मैं कुछ प्रेक्षा आधार जैन योग प्रेक्षा - श्वास प्रेक्षा श्वास महावीर शक्ति जैन योग एकला मैं प्रज्ञापुरुष तट अणुव्रत For Private & Personal Use Only १४३ २६ ४१ १४२ १ on १ ४७० १ ३४३ ११५ १८६ १ ४८ ६६ १२ ७ ३६ २२ १०४ २४ २१ ६५ १२ १४४ ३५ १६६ २५ १ ५६ गद्य साहित्य / ५६ www.jainelibrary.org
SR No.003141
Book TitleMahapragna Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages252
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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