________________
- अनुभव का उत्पल )
अनुभव का उत्पल
-
-
दिशा की खोज
जहां बनने और बिगड़ने का सर्वोपरि माध्यम किसी दूसरे व्यक्ति की इच्छा ही होती है, वहां बनते बहुत कम हैं, बिगड़ते अधिक हैं।
।
४४
mony
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
w
janelbrany do