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अनुभव का उत्पल
भाग्य - निर्णय
ओ ज्योतिषि !
मेरे भाग्य का निर्णय तुम मुझे ही करने दो।
तुम मेरे भविष्य को शब्दों के कठघरे में जकड़ने का यत्न मत करो।
तुम अतीत के व्याख्याता हो सकते हो पर भविष्य की व्याख्या का अधिकार मेरे ही हाथों में रहने दो।
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तुम विश्वास रखो कि वर्तमान पर अधिकार रखने वाला ही भविष्य की व्याख्या कर सकता है।
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