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- अनुभव का उत्पल
( अनुभव का उत्पल
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मुखर : मौन
आदमी जिन सीढ़ियों से चढ़ता है, उन्हीं से उतरता है और जिनसे उतरता है, उन्हीं से चढ़ता है। यहां कर्तृत्व मुखर है, माध्यम मौन।
जो सर्दी से जमता है, वह ताप से पिघल जाता
___ जो सर्दी पर विजय पा लेता है, उसे गर्मी नहीं पिघाल सकती।
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