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आशीर्वचन
पाथेय
अपनी बात
] प्ररोचना
विषयानुक्रमणिका
: आचार्य श्री तुलसी
: युवाचार्यश्री महाप्रज्ञ
: डॉ० रामजी सिंह
१. तेरापंथ का राजस्थानी गद्य साहित्य -मुनि सुखलाल जी
२. राजस्थानी शब्द- सम्पदा को तेरापंथ का योगदान -डॉ० सियाराम सक्सेना
३. राजस्थानी चरित काव्य-परम्परा और
आचार्य तुलसीकृत चरित काव्य - डॉ० देव कोठारी
४. आचार्य भिक्षुकृत सुदर्शनचरित का काव्य- सौंदर्य -डॉ० हरिशंकर पाण्डेय
५. तेरापंथ के राजस्थानी साहित्य का कलापक्ष - डॉ० मनमोहन स्वरूप माथुर
६. आधुनिक राजस्थानी कविता को तेरापंथी सन्तों का योगदान
-डॉ० मूलचन्द सेठिया
७. भिक्खु दृष्टान्त : एक अनुशीलन -साध्वी कानकुमारी
८. कालूयशोविलास : विविध संगीतों का संगम --मुनि मधुकरजी
९. सुदर्शनचरित में सुदर्शन का चरित्र चित्रण —सुश्री निरंजना जैन
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१०. आचार्य भिक्षु की साहित्य - साधना --साध्वी चन्दनबाला
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