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निबन्ध-निचय
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लेखक:
प. पाण्यासाविजयजी गणि
मांडवला निवासी श्रीमान् कुन्दनमलजी तलाजी तथा श्रीमान् छगनराजजी तलाजी दांतेवाडिया की
आर्थिक सहायता से श्री कल्याणविजय शास्त्र-संग्रह समिति, जालोर के व्यवस्थापकों ने छपवाकर प्रकाशित किया ।
और संवर २४६१ वि० सं० २०२१ ईसवी सन् १९९५
प्रथमावृत्ति कॉपी १०००
मूल्य ३० ३)
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