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________________ १-६ अच्छा व्यापारी कौन ? १ व्यापारी स्वयं को बदले र पूंजी का निरा महत्त्व' अर्थ का नशा व्यवसाय जगत् की बीमारी : मिलावट मिलावट भी पाप है फिल्म व्यवसाय अर्थ : समस्याओं का समाधान नहीं व्यापारी जीवन-धारा को बदलें व्यापारी वर्ग से अपेक्षा सुरक्षा और निर्भयता का स्थान कार्यकर्त्ता E आदर्श कार्यकर्त्ता की पहचान आदर्श कार्यकर्त्ता : एक मापदण्ड कार्यकर्ता की कसौटी आदर्श बनने के लिए आदर्श कौन हो ? कार्यकर्त्ताओं का लक्ष्य अच्छा कार्यकर्ता कौन ? कार्यकर्ता पहले अपना निर्माण करें कार्यकर्त्ता कैसा हो ?" कार्यकर्त्ताओं की कार्यदिशा " १. २८-२-५५ पूना । २. १६-१२-५४ बम्बई ( कुर्ला) । ३. २५-७-५५ उज्जैन । ४. २२-८-५६ सरदारशहर, व्यापारी सम्मेलन । ५. ७-१-५६ रतलाम । Jain Education International आ० तुलसी साहित्य : एक पर्यवेक्षण सूरज भोर सूरज समता अनैतिकता / अमृत उद्बो / समता अणु गति नैतिक संभल संभल घर दोनों बीती ताहि आलोक में बीती ताहि प्रवचन ९ सूरज बूंद बूंद २ प्रवचन १० घर ६. ६-७-५७ सुजानगढ़ । ७. २५-६-५३ नागौर । ८. २०-८-६५ दिल्ली । ९. २०-८-६५ दिल्ली । १०. ७-१-७९ डूंगरगढ़ । ११. कार्यकर्ता सम्मेलन | For Private & Personal Use Only ४६ १८६ १७९ २१६ १७९/७१ ५१/५१ १७१ १३२ १६२ ११ १३८ १२८ १२३ १५३ १३१. १६६. १५० १२४. १०६ ५६. www.jainelibrary.org
SR No.003117
Book TitleAcharya Tulsi Sahitya Ek Paryavekshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1994
Total Pages708
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Literature
File Size23 MB
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