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________________ २४ हिसा हिंसा का स्रोत कहां ? पगडंडिया हिंसा की हिंसा के नए नए रूप मन से भी होती है हिंसा समस्या के बीज: हिंसा की मिट्टी समस्या के बीज : हिंसा की मिट्टी हिंसा का कारण अभाव और अतिभाव हिंसा का नया रूप आतंकवाद : आंतरिक टूटन कुछ अनुत्तरित सवाल पशु-शोषण का नया तरीका प्रसाधन सामग्री में निरीह पशुओं की आहें आत्महत्या पाप है' हिंसा की समस्या सुलझती है संयम से आक्रामक मनोवृत्ति के हेतु अस्पृश्यताः मानसिक गुलामी हिंसा भय लाती है" १. २-४-५३ बीकानेर । Jain Education International आ० तुलसी साहित्य : एक पर्यवेक्षण वैसाखियां वैसाखियां लघुता कुहासे धर्म : एक अतीत का अणु गति वैसाखियां प्रज्ञापर्व कुहासे कुहासे कुहासे प्रवचन ९ लघुता आलोक में धर्म : एक घर २. २२-५-५७ सुजानगढ़ । For Private & Personal Use Only ५९ ६७ ४२ ३४ ३ ܐܐ १५८ ६१ ९८ १५७ ७९ ५० ५७ ६३ ४५ ७६ ४९ www.jainelibrary.org
SR No.003117
Book TitleAcharya Tulsi Sahitya Ek Paryavekshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1994
Total Pages708
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Literature
File Size23 MB
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