________________
व्यापारी बौद्धिक हैं। उनकी बुद्धि का उपयोग किसी को जाल में फंसान के लिए नहीं, अपितु अपने-आपको जाल से बचाने के लिए होना चाहिए। मैं फिर से व्यापारी-समाज को आह्वान करूंगा कि वह चिंतन करे और अणुव्रत को अपने व्यापार का अभिन्न हिस्सा बनाए।
• ३४८ न
- ज्योति जले : मुक्ति मिले
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org