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55! ठळक
एकाग्रता-(2) चंचलता में तारतम्य होता है। उसके आधार पर एकाग्रता की अनेक अवस्थाएं बन जाती हैं। एकाग्रता की उच्च भूमिका के लिए निम्न निर्दिष्ट प्रयोग उपादेय हैं
१. आकाश दर्शन २. 'वकार' के भीतर चन्द्र दर्शन ३. अंधकार में ज्योति दर्शन ४. दीर्घश्वास
५. ध्यान कराने वाले के दर्शनकेन्द्र पर अनिमेष प्रेक्षा
६. मौन का अभ्यास ७. आहार संयम का अभ्यास।
०२ नवम्बर
२०००
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____(भीतन ही भार)
(भीतर की ओर
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