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संयम की भूमिका के फलित कायिक संयम-आवेश की स्थिति में हाथ का संयम, पैर का संयम, शरीर की विशिष्ट स्थिरता।
वाचिक संयम१. मृदु वचन का प्रयोग २. सत्य वचन का प्रयोग
मानसिक संयम-५ मिनिट से १५ मिनिट तक एकाग्रता का अभ्यास।
इन सबकी सिद्धि के लिए दीर्घकालिक अभ्यास जरूरी है, इसलिए निर्दिष्ट अवधि का अभ्यास करें।
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२८ सितम्बर
२०००
(भीतर की ओर
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