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छठठकठाळ
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इच्छाशक्ति
१. इच्छाशक्ति सूक्ष्म लोक में कम्पन उत्पन्न कर हमारी इच्छानुसार उसका आकर्षणप्रत्याकर्षण कर सकती हैं।
२. योग का पहला सून है—जैसा चाहो वैसा बनो।
३. योग का पहला पाठ है-विचारों पर अधिकार करो।
४. इच्छाशक्ति भावों से उत्पन्न होती है।
५. भावों को श्च्छाशक्ति के रूप में बदलने का साधन है—स्वसम्मोहन।
६. इच्छाशक्ति का विकास भाटक और योगनिद्रा द्वारा होता है।
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३० अगस्त २०००
(भीतर की ओर
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