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तळवरू
चित्त-[१]
योग साहित्य में मस्तिष्क पर बहुत कम लिखा गया है। चेतना अथवा चित्त के बारे में काफी लिखा गया है।
चेतना सूक्ष्म शरीर के माध्यम से स्थूल शरीर तक आती है। सूक्ष्म शरीर और स्थूल शरीर का संगम स्थल अवचेतक (Hypothelamus) है।
चित्त अपनी चेतनात्मक प्रवृत्ति शरीर, वाणी और मन के माध्यम से करता है । चित्त और मन एक नहीं हैं। चित्त चेतन है और मन पौदगलिक है।
२६ जुलाई
२०००
भीतर की ओर
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