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________________ in x १०५ अनुक्रम ० कैसे सोचें ? १. कैसे सोचें ? (१) २. कैसे सोचें ? (२) कैसे सोचें ? (३) चिन्तन के परिणाम ५. अपने बारे में अपना दृष्टिकोण (१) अपने बारे में अपना दृष्टिकोण (२) ७. दूसरे के बारे में अपना दृष्टिकोण ८. प्रतिक्रिया से कैसे बचें ? (१) ९. प्रतिक्रिया से कैसे बचें ? (२) ० हृदय-परिवर्तन : प्रक्रिया और आधार . १०. परिस्थितिवाद और हृदय-परिवर्तन ११. परिवेश का प्रभाव और हृदय-परिवर्तन १२. हृदय-परिवर्तन के सूत्र (१) १३. हृदय-परिवर्तन के सूत्र (२) १४. हृदय-परिवर्तन के सूत्र (३) १५. हृदय-परिवर्तन के प्रयोग १६. निषेधात्मक भाव १७. विधेयात्मक भाव १८. हृदय-परिवर्तन का प्रशिक्षण १९. हृदय-परिवर्तन : एक महान उपलब्धि ० भय-मुक्ति २०. अभयदान २१. भय के स्रोत २२. भय की परिस्थिति २३. भय की प्रतिक्रिया २४. रचनात्मक भय २५. अभय की मुद्रा ११५ १२७ १३७ १४७ १५८ १६९ १७७ १८८ १९६ २०९ २१९ २२९ २३९ २४८ २५६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003094
Book TitleKaise Soche
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2001
Total Pages274
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size12 MB
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