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पावस-प्रवास
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चा० सं० अग्रगण्य नाम (दी० ऋ०) गांव
सहयोगी मुनि १९६० मुनिश्री पृथ्वीराजजी (२१६) उदयपुर १९६१ , जयचंदलालजी (२६८) केलवा १९६२ साध्वीश्री किस्तूरांजी (३३२) पोटला १६६३ मुनिश्री छबीलचंदजी (२३०) सुधरी १९६४ , पृथ्वीराजजी (२१६) उदयपुर १६६५ , जयचंदलालजी (२६८) केलवा १६६६ साध्वीश्री गंगाजी (४४४) मांडा १९६७ , लिछमांजी (४६४) सुजानगढ़ १९६८ मुनिश्री फोजमलजी (२४२) लोटोती १९६६ , रंगलालजी (३३६) राजाजी का करेड़ा । १९७० , जयचंदलालजी (२६८) केलवा ३ १९७१ मुनिश्री छगनलालजी (३०४) कानोड़ ३ १९७२ माचार्गधी कालूरामजी छापर संत २३ साध्वीश्री कानकंवरजी
आदि ३०। १९७३ साध्वीश्री भूरांजी (३७८) लाडनूं १९७४ मुनिश्री नथमलजी (३२८) रीछेड़ १९७५ , छगनलालजी (३०४) कानोड़ १९७६ , तेजमालजी (३२०) फतेहगढ़ । १९७७ , रंगलालजी (३३६) राजाजी का करेड़ा ३ १९७८ साध्वीश्री लिछमांजी (४६४) सुजानगढ़ १६७६ मुनिश्री नथमलजी (३२८) रीछेड़ १९८० , घासीरामजी (३५६) दिवेर किशनलालजी (सुजानगढ़)
तोलारामजी (रतनगढ़) १९८१ साध्वीश्री लादूजी (६३२) सरदारशहर १९८२ मुनिश्री सागरमलजी (३४२) भिवानी १९८३ , नथमलजी (३२८) रीछेड़ । १९८४ , तेजमालजी (३२०) फतेहगढ़ ३ किस्तूरचन्दजी (देवगढ़)
अमरचन्दजी (जसोल)
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१. साध्वी-प्रमुखा जेठांजी वृद्धावस्था के कारण राजलदेसर में स्थिरवास कर रही थीं।
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