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________________ ३४६ पावस-प्रवास पा० सं० अग्रगण्य नाम (दो० ऋ०) गांव ताणा सहयागी मुनि २००५ साध्वीश्री मनसुखांजी (८३२) मोमासर ५ २०११ , हुलासांजी (७५६) सिरसा ५ २०२८ मुनिश्री अगरचंदजी (५४१) गादाणा २ गुलाबचंदजी (सुजानगढ़) २०३२ साध्वीश्री रायकुमारीजी (११५६) सुजानगढ़ ४ २०३६ , मनसुखांजी (८३२) मोमासर ५ लाछुड़ा (राज० उदयपुर संभाग) १९१२ साध्वीश्री मयांजी' (१०६) धड़ला ५ १९१४ , अमृतांजी (१०६) गोगुन्दा ४ १९१६ , मगदूजी (88) नांदेसमा १६४३ , मृघांजी (३१६) लाडनूं ५ १९७२ , लादूजी (६३२) सरदारशहर ५ १९८१ मुनिश्री बनेचंदजी (३५३) मोखणुंदा ३ १९८४ साध्वीश्री मूलांजी (७४०) दिवेर ५ १९८६ मुनिश्री चंपालालजी 'बड़ा' (३३०) गंगापुर ३ मंगतमलजी, तोलारामजी (रतनगढ़) १९६० मुनिश्री ठंडीरामजी (३४५) भिवानी २ जसराजजी (हरनावा) १९६३ साध्वीश्री केशरजी 'बड़ा' (६२६) तारानगर ६ १९६४ , मूलांजी (७४०) दिवेर ६ १९६६ , गणेशांजी 'छोटा' (९२२) लाडनूं ५ १९९८ मुनिश्री बच्छराजजी (३४३) मोखणुंदा ३ कनकमलजी (पुर) मंगतमलजी (रतनगढ़) २००० साध्वीश्री दाखांजी (६५३) खरणोटा ५ २००२ मुनिश्री झूमरमलजी (४६७) छापर ३ मोहनलालजी (साकरोदा) चंपालालजी (पड़िहारा) २००३ साध्वीश्री दरियावांजी (६६१) किसनगढ़ २००४ , सुखदेवांजी (७८४) राजलदेसर २००५ , हुलासांजी (७५६) सिरसा ५ २००७ , पानकंवरजी (८६४) पचपदरा १. इस वर्ष की चातुर्मास-तालिका में चातुर्मास-स्थान दौलतगढ़ और आर्यादर्शन में लाछुड़ लिखा है। rxmxmxxxx छापर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003055
Book TitleTerapanth Pavas Pravas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNavratnamalmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1986
Total Pages542
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size16 MB
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