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जो सहता है, वही रहता है
अध्याय कहता है
जो जीवन की दिशा बदल लेता है
• वह अपनी मौलिक मनोवृत्तियों का परिष्कार करता I
• वह अपनी दशा का परिवर्तन कर लेता है ।
वह अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाता है ।
• वह जीवन शोधन के लिए अहिंसा का प्रयोग करता है ।
• वह मोहनीय कर्म को क्षीण करने की साधना करता है ।
• वह जातिवाद में विश्वास नहीं करता है ।
• वह समानता की चेतना जगाने का कार्य करता है
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• वह करुणा का विकास करता है ।
• वह समस्याओं के समाधान में अपना श्रम नियोजित करता है ।
• वह अभ्यारण्य बनाने पर ध्यान केन्द्रित करता है ।
• वह जीवन और जीविका के बीच भेदरेखा खींचने का कार्य करता है
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