________________
१३४
साध्वाचार के सूत्र प्रश्न ३४. मिट्टी के घड़े पर लीलण फूलन आ जाए तब उस घड़े का पानी
क्या साधुओं को बहरा सकते हैं? उत्तर-नहीं, क्योंकि लीलण-फूलन वनस्पति काय के जीव हैं उनकी हिंसा होती
है, इसलिए नहीं बहरा सकते। भूल से बहराने पर घर असूझता हो जाता
प्रश्न ३५. क्या सचित्त भी कल्पनीय/सूझता होता है। उत्तर-बहराने वाला भी सचित्त जीव सहित होता है। दीक्षार्थी भी सजीव होता
है इसलिए सचित्त भी कल्पनीय हो जाता है पर जहां हिंसा होती हो वह सचित्त नहीं कल्पता।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org